Haryana Ration Scheme: हरियाणा के नारनौल जिले में राशन वितरण प्रणाली में बड़ा बदलाव किया गया है। अब मई महीने से बाजरे की जगह गेहूं का वितरण किया जाएगा। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने गर्मियों को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया है, ताकि लोगों को पचाने में हल्का और अनुकूल अनाज मिल सके।
मई में 22 हजार क्विंटल से अधिक गेहूं का वितरण
इस नई व्यवस्था के तहत मई महीने में 22,263 क्विंटल 30 किलोग्राम गेहूं का वितरण किया जाएगा। प्रशासन द्वारा गेहूं का उठान कार्य पूरा कर लिया गया है और डिपो होल्डरों को गेहूं, चीनी और सरसों का तेल पहले ही उपलब्ध करा दिया गया है। अनुमान है कि इस सप्ताह के अंत तक सभी डिपो पर वितरण प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
राशन वितरण कार्डधारकों की श्रेणियों के अनुसार
हरियाणा सरकार राज्य के गरीब परिवारों को दो प्रकार के राशन कार्ड के माध्यम से राशन उपलब्ध कराती है – गुलाबी कार्ड अंत्योदय योजना के तहत और पीला कार्ड बीपीएल श्रेणी के लिए।
- गुलाबी कार्डधारकों को अब 35 किलोग्राम गेहूं मिलेगा।
(पहले 24 किलो बाजरा और 11 किलो गेहूं दिया जाता था)। - पीले कार्डधारकों को अब प्रति सदस्य 5 किलोग्राम गेहूं मिलेगा।
(पहले 3 किलो बाजरा और 2 किलो गेहूं मिलता था)।
इसके अतिरिक्त, दोनों श्रेणियों के कार्डधारकों को 1 किलोग्राम चीनी और 2 लीटर सरसों का तेल भी दिया जाएगा।
गर्मियों में बाजरा नहीं है पचाने योग्य
बाजरा को गर्म अनाज माना जाता है और इसका सेवन सर्दियों में लाभकारी, जबकि गर्मियों में हानिकारक माना जाता है। गर्मी में बाजरा खाने से शरीर में अतिरिक्त गर्मी उत्पन्न होती है, जिससे स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है। यही कारण है कि पशुपालक भी इस मौसम में बाजरे का उपयोग नहीं करते।
जिले के 1.85 लाख से अधिक लाभार्थी होंगे शामिल
इस योजना से कुल 1,85,774 लाभार्थियों को फायदा मिलेगा, जिनमें
- 17,231 गुलाबी राशन कार्डधारक
- और 1,68,543 पीले राशन कार्डधारक शामिल हैं।
खाद्य विभाग ने यह कदम लाभार्थियों के स्वास्थ्य और पोषण को ध्यान में रखते हुए उठाया है।
कब से और कहां से मिलेगा राशन ?
डिपो होल्डरों को गेहूं, चीनी और तेल की आपूर्ति पहले ही दी जा चुकी है और कई डिपो पर वितरण कार्य शुरू हो चुका है। सभी राशन कार्डधारकों को निकटतम राशन डिपो से निर्धारित मात्रा में सामग्री प्राप्त होगी। सभी लाभार्थियों को समय से राशन मिल सके, इसके लिए प्रशासनिक निगरानी भी रखी जा रही है।
राशन प्रणाली में मौसमी बदलाव का लाभ
हरियाणा सरकार का यह निर्णय न सिर्फ तात्कालिक मौसम को ध्यान में रखता है, बल्कि यह जन स्वास्थ्य और संतुलित आहार के दृष्टिकोण से भी अहम है। गेहूं की सप्लाई से लोगों को अधिक संतुलित और सुपाच्य खाद्यान्न मिलेगा और गर्मियों में स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से भी राहत मिलेगी।